इस क़दर ज़ह्र हवाओं में मुलव्विस पाया दम को घुटने से बचाते हुए दम तोड़ दिया इस क़दर ज़ह्र हवाओं में मुलव्विस पाया दम को घुटने से बचाते हुए दम तोड़ दिय...
अपनी प्यारी बिटिया के लिये माँ-पिता की कोमल भावनाओं का चित्रण। अपनी प्यारी बिटिया के लिये माँ-पिता की कोमल भावनाओं का चित्रण।
वो मायका याद आ रहा है ! वो आँगन याद आ रहा है। वो मायका याद आ रहा है ! वो आँगन याद आ रहा है।
कितने नादानों ने मुँह अपना सिया होगा। कितने नादानों ने मुँह अपना सिया होगा।
तुम्हारे पास पाने को दुनिया है खोने को कुछ नहीं तुम्हारे पास पाने को दुनिया है खोने को कुछ नहीं
एक कविता और ना लिख सकी बेटे एक कविता और ना लिख सकी बेटे